Powered By Blogger

Tuesday 23 February 2016

राहुल गांधी और केजरीवाल देशद्रोह के आरोपी छात्रों के हिमायती क्यों ?

दिल्ली।देशद्रोह के आरोपी छात्रों के  समर्थन में अब कुछ छात्रों का 'चलो दिल्ली ' मार्च को क्या देश की एकता -अखंडता को चुनौती नहीं समझा जाये ?अफ़सोस की बात यह है कि इस प्रदर्शन को केजरीवाल ,राहुल गांधी और वामपंथी नेताओं का  भी समर्थन मिला। इस मार्च में रोहित वेमुला को न्याय दिलाने की आढ़ में जेएनयू के देशद्रोह के आरोपियों को बचाने की कवायद की गई । जेएनयू में छिपे बैठे अलगाववादी और आतंकवादियों के समर्थक देशद्रोह के
आरोपी छात्रों को बचाने के लिए वोटों के लालची नेताओं ने देश की एकता -अखंडता को चुनौती देते हुए इस मार्च में शामिल होकर अपना राष्ट्रविरोधी एजेंडा जनता के सामने रख दिया है। इस मार्च को झंडेवालान के डॉ भीमराव अम्बेडकर भवन से जंतर -मन्तर तक निकालते हुए मोदी सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की गई।  वैसे  इस मार्च को हैदराबाद यूनिवर्सिटी के आत्महत्या करनेवाले छात्र रोहित वेमुला को न्याय दिलाने के नाम पर आयोजित किया गया था। मगर इसका असली मकसद जेएनयू के देशद्रोह के आरोपी छात्रों को बचाने का एक ही हथकंडा है जो  देशद्रोह के आरोपी उमर खालिद और उसके  साथी छात्रों को बचाने की कवायद मात्र ही समझा जायेगा। देशद्रोह के आरोपी  छात्रों के पक्ष में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ,दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल सहित आप पार्टी के सभी नेता शामिल हुए। आप से निष्काषित नेता योगेन्द्र यादव आदि नेताओं ने भी देशद्रोह के आरोपी छात्रों को बेकसूर बताया और उनके विरुद्ध सरकार की कार्रवाई को अभिव्यक्ति की आज़ादी को दबाने का प्रयास कहा। नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाया कि वो आर एस एस की विचारधारा को देश के शिक्षण संस्थानों पर थोपने का प्रयास कर रही है। इस देशद्रोह के आरोपी छात्रों के समर्थन में आयोजित मार्च में वामपंथी छात्र संगठन और कांग्रेस से जुड़े छात्र संगठन ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि यह सभी नेता देश के विरुद्ध उठाई जानेवाली आवाज़ को अभिव्यक्ति की आज़ादी बताकर देश विरोध की सीमा तक चले गए हैं। हकीकत तो यह है कि यह सारे नेता वो हैं जो नरेंद्र मोदी के खिलाफ हैं और उनके प्रधानमन्त्री बनने को हज़म नहीं कर पा रहे और मोदीजी का विरोध करते -करते अब देश के विरोध के पक्ष में खड़े हो गए हैं। 

No comments:

Post a Comment