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Tuesday, 16 February 2016

देशद्रोहियों और उनके समर्थकों की धुलाई करके वकीलों ने निभाया अपना राष्ट्रधर्म


  • क बार देश के वकीलों ने यह साबित कर दिया है कि वो लोग किसी भी देशद्रोही को सबक सिखाने से पीछे नहीं हैं।जेएनयू में भारत विरोधी और आतंकवादियों के पक्ष में नारेबाजी करनेवाले देशद्रोहियों और उनके समर्थकों की दिल्ली की पटियाला हाऊस कोर्ट में वकीलों ने जमकर धुलाई करके अपने राष्ट्रधर्म को ही निभाया है।देश की आज़ादी की लड़ाई के दौरान भी वकीलों ने आगे बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था और अपनी कुर्बानियां भी दी थी।अंग्रेजी हकूमत से कड़ी टककर लेकर वकीलों ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की मशाल को जलाए रखा। वकीलों के देशप्रेम को हम शत -२ नमन करते हैं।देश के स्वाभिमान पर जब भी कोई आंच आई वकील समुदाय ने आगे बढ़कर उसका मुकाबला किया। जहां देश के कई बुद्धिजीवी सेकुलरता का लबादा ओढ़ कर देशद्रोहियों का समर्थन कर रहे हैं वहीं वकीलों ने देशद्रोह के आरोपियों और उनके समर्थकों द्वारा भारत विरोधी नारेबाजी करने पर उन गद्दारों का मुंह तोड़ जवाब दिया। देश की स्वाभिमानी जनता अपने राष्ट्रभक्त वकीलों पर गर्व करती है और उन लोगों को जो देशद्रोहियों के पक्ष में कहीं भी खड़े होते हैं उनको भी देशद्रोही ही मानती है। देशद्रोहियों की धुलाई करके वकीलों ने निभाया है अपना राष्ट्रधर्म। जहां पत्रकारिता की आढ़ में कुछ पत्रकार विदेशी एजेंडे के तहत देशद्रोहियों का साथ दे रहे हैं और राष्ट्र धर्म निभाने की बजाय देश के साथ धोखा कर रहे हैं वहीं वकील समुदाय देश के स्वाभिमान के लिए पूरी मजबूती के साथ अपनी आवाज़ बुलंद किये हुए हैं। हालाँकि वकीलों में भी कुछ ऐसे लोग मौजूद है जिनकी सहानुभूति आतंकवादियों और देशद्रोहियों की पैरवी करने में रही है परन्तु इनको अपने समुदाय में कोई सम्मान की दृष्टि से नहीं देखता है।भारत माँ को अपने ऐसे पुत्रों पर गर्व है जो अपनी माँ की लाज बचाने  हमेशा तत्पर रहते हैं।                                                         

राष्ट्र से ऊपर नहीं कथित बड़े पत्रकार। विदेशी एजेंडे और पैरोल पर काम करनेवाले की भी हो जाँच।